द्वितीय केदार मद्महेश्वर मन्दिर के कपाट शीतकाल के लिये हुए बंद

रुद्रप्रयाग : उत्तराखण्ड में स्थिति पंच केदारों में से द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर जी के कपाट सोमवार को शीतकाल सुबह आठ बजे वृश्चिक लग्न में बंद हो गए हैं। सोमवार को पुजारी शिव लिंग चपटा ने पारंपरिक विधि विधान से पूजा-अर्चना के बाद मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग कोो फूलों से ढककर शीतकाल के लिए मंदिर के कपाट विधि विधान से बंद कर दिए हैं।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि कपाट बंद होने के पश्चात भगवान मद्महेश्वर जी की चलविग्रह डोली आज गौंडार, 23 नवंबर रांसी, 24 को गिरिया में रात्रि प्रवास करेगी। जिसके बाद 25 नवंबर को चल विग्रह डोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी जँहा परंपरागत मद्महेश्वर मेले का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह, देवानंद गैरोला, आरसी तिवारी, यदुवीर पुष्पवान, प्रेम सिंह रावत आदि मौजूद थे।