शिक्षकों के तबादले तथा आयोग व समितियों के गठन पर उठे सवाल

- भाकपा माले गढवाल सचिव ने भारत के निर्वाचन आयुक्त को लिखा पत्र
चमोली : राज्य में 7 जनवरी को सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के तबादले और तबादलों में बहुविकल्पीय प्रक्रिया को लेकर भाकपा माले गढवाल सचिव इंद्रेश मैखुरी ने सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने मामले में भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों को पद से हटाने और 7 जनवरी की तिथि में आयोग और समिति में की गई नियुक्तियों को रद्द करने की मांग उठाई है।
इंद्रेश मैखुरी का कहना है कि राज्य में हुए शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया को लेकर पुष्कर धामी सरकार की ओर से आयोग की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया गया है। कहा कि जहां आदेश 7 जनवरी को हस्ताक्षरित हैं। वहीं आदेशों की सार्वजनिक सूचना 9 जनवरी को मिली है। जिससे स्पष्ट है कि आदेश बैकडेट में चहेतों को लाभ पहुंचाने की मंशा से किये गये हैं।
तबादला आदेशों में बहुविकल्पीय तबादले किये गये हैं। आदेश जारी करने की जल्दीबाजी का आलम यह है कि तबादले के आदेश पर शिक्षक को नियुक्ति स्थल के तौर पर चार से सात स्कूल तक लिखे गए हैं। वहीं एक आदेश में तो हरिद्वार या देहरादून के निकट का कोई विद्यालय लिखा गया है। साथ ही राज्य में बड़े पैमाने पर आयोगों और समितियों में भी नियुक्तियाँ की हैं। जिससे चुनावों के प्रभावित होने की संभावनाएं बनी हुई है। ऐसे में उन्होंने राज्य में 7 जनवरी की तिथि व 9 जनवरी को सार्वजनिक होने वाली आयोगों, समितियों में की गई नियुक्तियों को रद्द करने व इस पूरे प्रकरण में संलिप्त अधिकारियों को पद से हटाने की मांग की है।