ठंड का बहाना बना भराडीसैंण सत्र स्थगित करना, हमारे पूर्वजों का अपमान-पूर्व सीएम हरीश रावत

चमोली : कांग्रेस की ओर से शनिवार को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व पार्टी के कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने शहीद सीडीएस विपिन रावत सहित अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वहीं उन्होंने भराडीसैंण में प्रस्तावित शीतकालीन सत्र को स्थगित करने को लेकर चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा को गैरसैंण में ठंड लगती है।
भराड़ीसैंण में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सरकार ने भराड़ीसैण में सत्र न कराने के पीछे ठंड को कारण बताया, जो पहाड़ में रह रहे लोगों व हमारे पूर्वजो का अपमान है व साथ ही सरकार का निर्णय संसद का भी अपमान है जिसने पर्वतीय राज्य का दर्जा दिया है। प्रदेश की मौजूदा सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि हिमालयी राज्य में ठंडा नहीं होगा तो क्या हिन्द महासागर में ठंड होगी। भाजपा पर बीते पांच वर्षों से परिषर में निर्माण कार्य नहीं कराए जाने पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 57 करोड़ रु सचिवालय के लिए दिये थे। जसका टेण्डर भी हो गया था, लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा सचिवालय निर्माण की एक ईंट तक नही रखी गयी है।
इस दौरान पार्टी की ओर से यहां तीन प्रस्ताव पारित किए गए, जिसके अनुसार भराड़ीसैण विधानसभा भवन का नाम सीडीएस जनरल विपिन रावत के नाम किये जाने, विधानसभा के आवासों का नाम जनरल विपिन चंद जोशी के नाम व विधानसभा गेट का नाम पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ अनुसूया प्रसाद मैखुरी के नाम करने पर करने पर कार्यकर्ताओं ने सहमति जताई। साथ ही सम्पूर्ण विधानसभा परिषर को पूर्व में ही वीर चंद्र सिंह गढ़वाली विधानसभा का नाम दिया जा चुका है। राहुल गांधी के देहरादून दौरे में अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं से देहरादून पहुंचने का आह्वान किया।
इस मौके पर पूर्व विधायक व कार्यकारी अध्यक्ष जीत राम टम्टा, राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी, प्रदेश अध्यक्ष एनएसयूआई मोहन भंडारी, चमोली काग्रेस जिलाध्यक्ष विरेन्दर सिंह, पूर्व राज्य मंन्त्री सुरेंश कुमार बिष्ट, प्रदेश महामंत्री हरिकृष्ण भट्ट, प्रदेस सचिव मुकेश नेगी, पूर्व दर्जाधारी सुरेन्द्र बिष्ट, भुवन नोटियाल, कुँवर सिंह रावत सरोज साह, दर्शन मड़वाल, संजय कुमार अनिल अग्रवाल, विरेन्दर मिगवाल, कमल रावत, देवी जोशी, हरेन्द्र कंडारी, मनोज रावत, प्रकाश गोड़, रुद्रप्रयाग, लक्ष्मण रावत, मानवेन्द्र नेगी, हरेन्द्र जग्गी, संदीप नेगी, ईस्वर सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।