पर्यटक स्थल के रूप में पहचान के लिये सरकारी प्रयासों की बाट जोह रहा मोठा बुग्याल

रुद्रप्रयाग : राज्य में पर्यटन के बूते आर्थिक मजबूती देने और स्वरोजगार विकसित करने के दावे किये जा रहे हैं। लेकिन राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में सरकार के इन दावों को मुंह चिढाते सैकड़ों बुग्याल, पर्यटक स्थल और मंदिर सरकार की नजर-ए-इनायत का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे ही रुद्रप्रयाग जिले के टूरिस्ट विलेज त्यूड़ी के शीर्ष क्षेत्र में मौजूद मोठ बुग्याल भी सरकारी प्रयासों की बाट जोह रहा है।
कहाँ है मोठ बुग्याल–
रुद्रप्रयाग जिले के त्यूडी गांव से करीब 10 किमी की दूरी पर समुद्र तल से करीब 8 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। प्रकृति का अनुपम उपहार मोठ बुग्याल। यहां से केदारनाथ, सुमेरु, चौखम्बा, विशोणीताल, मनणामाई तीर्थ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ, पवालीकांठा व घंघासू बांगर जैसी हिमालय श्रेणियों के दिदार किये जा सकते हैं।
क्यों खास है मोठ बुग्याल
मोठ बुग्याल जहां प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज है। वहीं यहां हिमालयी पक्षी कौसी, मोनाल, घुघती को करीब से देखा जा सकता है। वहीं यहां कस्तूरा मृग, बाराह, थार जैसे हिमालयी वन्य जीवों के झुंड भी देखे जा सकते हैं। इसके साथ ही हिमालयी क्षेत्रों में होने के चलते यहां औषधीय पादपों का भी अक्षुण भंडार मौजूद है।