पीजी कॉलेज में आयोजित एकल नृत्य प्रतियोगिता में मंयक रहा प्रथम

- नमामि गंगे के तहत पीजी कॉलेज गोपेश्वर में आयोजित हुई प्रतियोगिताएं
गोपेश्वर : पीजी कॉलेज गोपेश्वर में सोमवार को नमामि गंगे के तहत अमृत महोत्सव के अंतर्गत सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रोफेसर आरके गुप्ता ने किया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने एकल नृत्य, सामूहिक गीत, जागर, छाछड़ी और झूमेलो की प्रस्तुतियां दी।
इस दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं में एकल नृत्य में मयंक रावत प्रथम, विपिन फरस्वान द्वितीय व ज्योति रावत तृतीय स्थान प्राप्त किया। सामूहिक गीत प्रतियोगिता में अनीशा अलकनंदा ग्रुप प्रथम, अंजली व प्रिया भागीरथी ग्रुप द्वितीय एवं दिव्या लक्ष्मण मंदाकिनी ग्रुप तृतीय स्थान पर रहे। जागर प्रतियोगिता में कुलदीप प्रथम, नेहा व निधि द्वितीय तथा पवन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य ने कहा कि हमारी संस्कार और संस्कृति की धरोहर है। इन्हीं नदियों के माध्यम से हमारी संस्कृति विश्व विख्यात रही है। आज गंगा और उसकी सहायक धाराएं लगातार दम तोड़ रही है। इसका कारण धीरे-धीरे पानी धरती से कम होना है और गंगा को बचाने की आवश्यकता पड़ रही है। कहा कि यदि समय रहते हम नहीं जागे तो इसकी दुष्परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।
नोडल अधिकारी डॉक्टर भालचंद्र सिंह नेगी ने कहा कि गंगा भारतीय संस्कृति का द्योतक है। गंगा से ही हमारी सारी दिनचर्या प्रारंभ होती है और गंगा से ही अंत। पृथ्वी पर गंगा ही स्वर्ग है गंगा हमारे लिए सामाजिक सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से ही महत्वपूर्ण है।
इस मौके पर डॉ मनीष डंगवाल, पीएल शाह, डॉ गिरजा प्रसाद रतूड़ी, डॉ वंदना लोहानी, डॉ मनोज बिष्ट, डॉ विनीता रावत, डॉ सुमित सजवान, नेहा रावत, दीपिका रावत, पवन बिष्ट, भूपेंद्र सिंह, ज्योति रावत, रघुवीर सिंह, सुनील प्रसाद, दीपक और लक्ष्मण आदि मौजूद थे।