मौसम साफ होने के बाद भी चमोली में जन जीवन का सामान्य होना बना चुनौती

- बदरीनाथ हाईवे सहित 86 ग्रामीण सड़कें बुधवार को भी पूरे दिन रही बाधित
- जोशीमठ, नारायणबगड़, थराली और देवाल ब्लॉकों में विद्युत आपूर्ति ठप
चमोली : जिले में मौसम साफ होने के बाद भी जन जीवन पर पटरी पर उतरना चुनौती बना हुआ है। यहां जिले में बुधवार को भी विष्णुप्रयाग से बदरीनाथ धाम तक बदरीनाथ हाईवे सुचारु नहीं हो सका है। जबकि नीति घाटी को यातयात से जोड़ने वाले जोशीमठ-मलारी के साथ ही कर्णप्रयाग-ग्वालदम सड़क भी अवरुद्ध पड़ी हुई है। जोशीमठ, नारायणबगड़, थराली और देवाल ब्लॉक में विद्युत आपूर्ति भी सुचारु नहीं हो सकी है। जिससे चार ब्लॉकों के ग्रामीण अंधेरे में रातें गुजारने को मजबूर हैं।
बता दें कि चमोली जिले में बीते दिनों हुई बारिश के चलते बदरीनाथ हाईवे कई स्थानों पर बाधित हो गया था। जिसके बाद संबंधित विभागों की ओर से हाईवे को बुधवार सुबह गौचर से जोशीमठ तक जहां सुचारु कर लिया गया है। वहीं जोशीमठ से बदरीनाथ धाम तक हाईवे बैनाकुली, रडागबैंड व टैयया पुल में बाधित पड़ा हुआ है। वहीं जोशीमठ-मलारी हाईवे भी पूरे दिन तमक नाले में बाधित पड़ा रहा। जिससे यहां नीति घाटी के 14 से अधिक गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही बाधित पड़ी हुई है। जिले को कुमाऊं मंडल से जोड़ने वाली कर्णप्रयाग-ग्वालदम सड़क भी सिमलसैंण (थराली) और हरमनी में बाधित पड़ी हुई है। इसके साथ ही चटख धूप लगने के बाद पहाड़ियों के दरकने से जिले में 86 ग्रामीण सड़कें बाधित पड़ी हुई हैं। बुधवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बदरीनाथ हाईवे के क्षतिग्रस्त हिस्सों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।
बदरीनाथ हाईवे को सुचारु करने के लिये मशीनें और मजदूर तैनात किये गये हैं। लेकिन भारी मात्रा में मलबा हाईवे पर आने से हाईवे को सुचारु करने में दिक्कतें आ रही हैं। हाईवे को जल्द सुचारु करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
कर्नल मनीष कपिल, कमांडर, बीआरओ, जोशीमठ।