अपनों के बाद वृद्धाश्रम में समाज कल्याण विभाग की अनदेखी से दुखी हुए बुजुर्ग

गोपेश्वरः अपनों की अनदेखी से परेशान बुजुर्गों गोपेश्वर के वृद्धआश्रम में अब समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की अनदेखी से दुखी हैं। मामला तब सामने आया जब रविवार को नगर पालिका गोपेश्वर की नैग्वाड़ सभासद लीला देवी यहां बुजर्गों को दोपहर में फल वितरित करने पहुंची। इस दौरान उन्होंने यहां रह रहे 5 बुजुर्गों को कमरे में बंद रोते पाया। हालांकि मामले में अब विभागीय अधिकारी बुजुर्गों की सहमति के बाद उन्हें बंद कर तैनात कर्मचारी के भोजन करने की बात कह रहे हैं।
बता दें, कि सरकार ने निराश्रित और अशक्त वृद्धजनों के आवास और भोजन की व्यवस्था के लिये गोपेश्वर में वृद्धाश्रम की स्थापना की है। जिसका संचालन समाज कल्याण विभाग की ओर से किया जा रहा है। इन दिनों यहां 5 वृद्ध निवास कर रहे हैं। जिनकी देखरेख के लिये विभाग ने पीआरडी जवान मनोज कुमार की तैनाती की है। नगर पालिका सभासद लीला देवी ने बताया कि रविवार की दोपहर में वे वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को फल देने पहुंची थी। इस दौरान बुजुर्ग कमरे में बंद रो रहे थे। जिस पर उन्होंने मामले की जानकारी समाज कल्याण अधिकारी के साथ ही अन्य लोगों को दी। मामले जानकारी मिलने के बाद विभागीय अधिकारी आनन-फानन में वृद्धाश्रम पहुंचे। जिसके बाद अधिकारियों ने बताया कि वृद्धाश्रम में पूर्व में तैनात महिला पीआरडी जवान बबीता देवी की ओर से बीते दिनों यहां निवास कर रहे बुजुर्गों के साथ मारपीट की गई थी। ऐसे में यहां तैनात पीआरडी जवान मनोज ने बुजुर्गों की सुरक्षा को देखते हुए उनकी सहमति पर उन्हें कमरे में बंद वह खाना खाने गया। लेकिन पूरे प्रकरण के बाद जहां विभागीय अधिकारी मामले में लीपापोती कर रहे हैं। वहीं बुजुर्गों को कमरे में बंद कर सुरक्षा की व्यवस्था वृद्धाश्रम संचालन को लेकर विभागीय अधिकारियों की संवदेनशीलता को प्रदर्शित कर रहा है। घटना के बाद संस्थाध्यक्ष कुसुम लता डिमरी, धनंजय लिंगवाल, ऊषा रावत, अनिता देवी, जूला देवी, बिल्लेश्वरी देवी, विजया कंडारी, मंजू फर्स्वाण, सुलोचना देवी आदि मौके पर पहुंचे।
गोपेश्वर वृद्धाश्रम में पूर्व में तैनात पीआरडी महिला जवान बबीता देवी की संस्था में बीती 19 सितम्बर को सेवा समाप्त कर दी गई है। बावजूद इसके उनके द्वारा वृद्धाश्रम कैंपस में आकर अभद्रता करने की बात सामने आई है। जिसे देखते हुए उन्हें सोमवार सुबह तक कैंपस खाली करने के निर्देश दिये गये हैं। यदि पीआरडी जवान की ओर से आदेशों का पालन नहीं किया जाता तो मामले में नियमानुसार पुलिस में शिकायत कर कार्रवाई की जाएगी।
टीआर मलेठा, समाज कल्याण अधिकारी, चमोली।