कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गौरा देवी के जन्म दिवस पर आयोजित किया कार्यक्रम, दी श्रद्धांजली

चमोली : कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चिपको नेत्री गौरा देवी के जन्म दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजली दी। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने गौरा देवी के पदचिन्हों पर चलते हुए पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
चमोली जिले के जोशीमठ ब्लॉक स्थित लाता गांव में 25 अक्तूबर 1925 को चिपको नेत्री गौरा देवी का जन्म हुआ। जिसके बाद 12 वर्ष की आयु में उनका विवाह रैंणी गांव में हो गया और 22 वर्ष की आयु में पति के निधन होने के बाद संघर्षों के साथ उन्होंने जीवन यापन किया। लेकिन गौरा देवी ने जीवन की परिस्थितयों के साथ संघर्ष करते हुए 1972 में रैणी गांव की महिला का संगठन बनाया। जो गांव के सार्वजनिक कार्यों में भागीदारी निभाता था। जिसके बाद गांव के जंगलों के कटान को देख क्षुब्ध गौरा देवी ने 26 मार्च 1974 को रैणी के जंगलों मैं पेड़ बचाने के लिए चिपको आंदोलन की शुरुआत की। जोशीमठ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार व कांग्रसे ब्लॉक अध्यक्ष हरीश भंडारी ने कहा कि वर्तमान में गौरा देवी के पर्यावरण संरक्षण की मुहीम प्रासंगिक है। सभी लोगों को भविष्य के संरक्षण के लिये पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होने की आवश्यकता है। इस मौके पर पूर्व राज्य मंत्री ठाकुर सिंह राणा, रोहित परमार, हरेंद्र राणा, विक्रम भुजवांण, कमल रतूड़ी, सतीश डिमरी, महेंन्द्र नम्बूरी और गौरव सकलानी आदि मौजूद थे।